चल जिंदगी तू भी बदल जा
छोड़ दे यूंही सबका फिक्र करना छोड़ दे यूंही सबका जिक्र करना मत चाहा किसीको इतना क्यों सबपे यूंही मर मिटना , छोड़ दे सबके खुशियां का ख्याल रखना कभी ये भी सोच ले जब जिंदगी तेरी हे फिर क्यूं किस ओर केलिए जीना तेरे भी कुछ सपने है तेरे भी कोई अपने है क्यों …